अभद्र व्यवहार से इंसान अपना वजूद खो देता है उसे समाज में हीन भावना का सामना करना पड़ता है अपनी खराब परिस्थितियों को से इंसान को हार नहीं मानना चाहिए निरंतर कर्म करने से भाग्य की रेखा में परिवर्तन हो जाता है
मैं उसको जितना भी भुलाने की कोशिश करूं उसकी यादें और भी तेज हो जाती हैं भूल पाना उसे आसान नहीं है वह बेवफा क्या समझेगी मेरे हालात को अगर फिक्र होती हमारी तो दूर क्यों होती है