अभद्र व्यवहार से इंसान अपना वजूद खो देता है उसे समाज में हीन भावना का सामना करना पड़ता है   अपनी खराब परिस्थितियों को से इंसान को हार नहीं मानना चाहिए निरंतर कर्म करने से भाग्य की रेखा में परिवर्तन हो जाता है  
 मेरे मुकद्दर ने मुझको ऐसा सजा दिया जो हो गया था हासिल मैंने लुटा दिया दर्द किसको सुनाऊं मैं अपने नसीब का मेरे चाहतों की महफिल बर्बाद हो गई