अभद्र व्यवहार से इंसान अपना वजूद खो देता है उसे समाज में हीन भावना का सामना करना पड़ता है अपनी खराब परिस्थितियों को से इंसान को हार नहीं मानना चाहिए निरंतर कर्म करने से भाग्य की रेखा में परिवर्तन हो जाता है
हकीकत को कोई ज्यादा दिन तक छुपा नहीं सकता झूठ का पर्दा लगाकर कोई सच्चाई को दबा नहीं सकता
इकबाल जानना जरूरी है वह बात होठों पर लाकर टाल देते हैं उलझकर रह जाती हूं मुश्किलों में डाल देते हैं
कोई बेवफा हो जाए तो क्या मगर उसकी वफ़ा को भुला नहीं सकता उसकी मोहब्बत याद बनकर रहेगी
इकबाल जानना जरूरी है वह बात होठों पर लाकर टाल देते हैं उलझकर रह जाती हूं मुश्किलों में डाल देते हैं
कोई बेवफा हो जाए तो क्या मगर उसकी वफ़ा को भुला नहीं सकता उसकी मोहब्बत याद बनकर रहेगी